जरीना खातून संग्राहालय सह शोध केन्द्र में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
स्कूली बच्चों को सिंधु घाटी सभ्यता के पुरावशेष विषय पर दी गई जानकारी
@नज़र टीम – चितरपुर / रामगढ (झारखंड) :- रामगढ जिला स्थित चितरपुर के जरीना खातून संग्राहालय सह शोध केन्द्र द्वारा स्कूली बच्चों के लिए सिंधु घाटी सभ्यता के पुरावशेष विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया | इस दौरान संग्रहालय के निदेशक फैयाज अहमद ने सिंधु घाटी सभ्यता पर विस्तार से बच्चो को जानकारी दिया।
फैयाज अहमद ने इस सभ्यता के नामोत्पती, विस्तार, प्रमुख शहर,नगर निर्माण योजना, आर्थिक जीवन, राजनैतिक जीवन, धार्मिक जीवन, शिल्प और तकनीक आदि विषयों पर विस्तार से बात की। फिर बच्चों को इस सभ्यता से संबंधित पुरावशेषों के कई स्लाइड दिखाए और इतिहास लेखन में पुरावशेषों की महत्वता पर भी प्रकाश डाला ।
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में बच्चों ने सभ्यता से संबंधित पुरावशेषों को संग्रहालय में रखे रेप्लिका तथा चित्रों के सहायता से पुरावशेषों को मॉइस्ट क्ले द्वारा बनाया । बच्चों ने हड़प्पा सभ्यता के सिक्के,नर्तकी,पुजारी, विभिन्न आकार-प्रकार के गहने, विभिन्न आकार प्रकार के खिलौने आदि बनाए। बच्चों को प्राचीनकाल के इन पुरावशेषों के मॉडल बनाने में काफी दिलचस्पी दिखाई। मौके पर सेवानिवृत्त शिक्षक योगेन्द्र उपाध्याय, सनाउल्लाह आदि मौजूद थे। कार्यशाला को सफल बनाने में वसीम हसन, कमर सिद्दिक, मोबस्सिर, वासिफ इकबाल, इंतेखाब आलम, गुलफशा खातून आदि का सराहनीय योगदान रहा।